बस तुम

देर से ही सही,

लेकिन आना,

और अब जो आना तो बस अकेले ही आना,

न कोई बहाना साथ लाना,

न वो ज़िमेंदारियो का वास्ता लाना,

न वो रंजिशें बीते वक़्त की,

न वो अस्मंजसे साथ रहेने  की,

बस तुम चली आना.

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